लेखनी प्रतियोगिता -हम तुम
हम तुम
हम तुम आज मैं क्या कहूंँ,
आज बंधन में बंध रहें
दिलों में अब हमारे,
चाहतो के फूल खिल रहे।
मौसम बदल रहा देखो,
जीवन काअब हमारे।
प्रणय बंधन में बंध रहे,
क्या कहूं देखो जरा।
मौसम में बहार है,
कलियों पर निखार
फूलों पर भंवरे गा रहे हैं,
प्रणय बंधन में बंधते जा रहे।
रूप तुम्हारा मोह रहा,
मेनका सी लग रही ।
काटे नहीं कटते लम्हे ,
प्यार तुम्हारा कह रहा।
दिन गिनू अब मैं तो,
अब और ना मुझे तरसा।
जल्दी आजा पास मेरे
दिल को और ना सता।।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा
11.4.2022
Shnaya
12-Apr-2022 04:12 PM
Very nice 👌
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Punam verma
12-Apr-2022 08:42 AM
Very nice
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Shrishti pandey
12-Apr-2022 07:04 AM
Nice
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